Looking for happiness a motivational story in hindi
Looking for happiness a motivational story in hindi
दोस्तो आपका स्वागत है motivational story में और मै हु आपका दोस्त मुंगेरी ढालिया।
दोस्तो हम पूरी जिंदगी खुशियो की तलाश करते रहते है। लेकिन हमें खुशियो के साथ साथ स्ट्रगल भी मिलता है ।मतलब बहुत स्ट्रगल से ही हमे खुशिया मिलती है। और कई बार बिना स्ट्रगल के जो सुख मिलता है उनमें हमें ज्यादा खुशी नही मिलती।
जैसे मां लीजिये की आपके पिता एक अमीर आदमी है ।वो आपके लिए बहुत सारे खिलोने लेके आते है ।अब आप उनसे खेलते है पर आपके पास पहले से भी बहुत खिलोने पड़े है।आपके पिता आपके लिए खिलोने लाये इसमे आपको खुशी तो मिली पर उतनी खुशी नही होगी जितना कोई गरीब आदमी थोड़े थोड़े पैसे इकठा करके अपने बेटी के लिए एक गुड़िया लाकर देगा ।आपके खिलोने उससे महंगे तो होंगे पर आपको उतनी खुशी नही मिलगी। आप उसको उतना enjoy नही कर पाते हो ।जितना कि वो गरीब की बेटी उस गुड़िया से enjoy करेगी।
Looking for happiness in others
दोस्तो हम दूसरों में खुशियों की तलाश करते रहते है पर हमें खुशी हमारे द्वारा किये गए कामो से ही मिलती है ।जैसे कि हम सोचते है कि वो हमारे बारे में अच्छा बोले या वो हमारा संम्मान करे तो उसमें हमे खुशी मिलेगी ।और हम दुसरो में ही अपनी खुशिया और सुख ढूंढते रहते है ।लेकिन सच तो ये है कि जब तक हैम किसी के साथ अच्छा व्यवहार नही करेंगे तो कोई हमारे बारे में अच्छा कैसे बोल सकता है या फिर हैम किसी का सम्मान नही करेंगे तो कोई हमारा सम्मान कैसे करेगा। इसलिए अगर आपको दुसरो से अपना सम्मान करवाना है तो आपको पहले उनका सम्मान करना चाहिए।
Looking for happiness in others |
Happiness after hardworking
दोस्तो जब हम कड़ी मेहनत करते है तब उसके बाद हमे जो खुशी मिलती है उसका तो आनद ही और है । इस बात को समझने के लिए मैं एक छोटी सी कहानी सुनाता हूं ।एक बार एक गांव में एक पिता और पुत्र रहते थे।पिता बहुत ही मेहनती था और उसका पुत्र बहुत ही अलसी था ।पिता अपने पुत्र को बहुत समझाता पर उसके समझ मे नही आता । एक दिन उसके पिता ने ठान लिया कि अब वो अपने पुत्र को सही रास्ते पर लाकर ही छोड़ेगा।
उसने अपने पुत्र को बुलाया और उसको 1 रुपये का सिक्का देकर कहा कि इस सिक्के को कुए में डाल कर आओ।उसने वैसा ही किया। फिर उसके पिता ने कहा कि आओ कहना खालो । उसने कहना खाया और सोने चले गए ।
अगले दिन फिर उसके पिता ने वैसे ही किया। ऐसा करते करते 6 दिन हो गए ।सातवे दिन पिता ने कहा कि आज तू 1 रुपये लेकर आ फिर तुमको कहना मिलेगा।वो घर से बाहर गया और अपने पड़ोसी को कहा कि मुझे एक रुपये दे दो पड़ोसी ने मना कर दिया ।फिर वो कई लोगो से पैसा मंगा पर किसी ने उसे पैसा नही दिया।फिर वो एक व्यापारी के पास गया तो उसने कहा कि ये सारी अनाज की बोरिया मेरे गोदाम में रख देगा तो मैं तुम्हे 1 रुपये दे दूंगा ।उसने आज पहली बार मेहनत की।और 1 रुपये लेकर अपने पिता के पास गया ।पिता ने कहा कि ये रुपया कुँए में डाल दो ।उसने अपने पिता से कहा कि वो उस रुपये को कुएं में नही डालेगा ।पिता ने कारण पूछा तो उसने कहा कि ये मेरी कड़ी मेहनत की कमाई है ।मैंने इस रुपये को पाने के लिए कितनी अनाज की बोरिया उठायी और आप कहते है कि इसको पानी मे डाल दे।
तब उसके पिता ने कहा कि पिछले 6 दिन से रोज तू मेरी मेहनत के पैसे डाल रहा था तब तुम्हे नही लगा कि ये पैसे मेरी मेहनत के है ।आज तू समझ गया कि कड़ी मेहनत से कमाए गयी खुशी का आनंद ही और होता है।अब से तू हमेशा कड़ी मेहनत करना।
कॉमेंट एंड शेयर
Thanks
कॉमेंट एंड शेयर
Thanks
Comments
Post a Comment