The story of super 30 in movie stories
The story of super 30 in movie stories
दोस्तो आज हम रितिक रौशन की मूवी super 30 की कहानी पढ़ेंगे।दोस्तो ये एक mathematics genius आनंद कुमार की कहानी है।
जो कि अपने कॉलेज में अवल आये थे। इस मूवी आनंद कुमार का किरदार रितिक रोशन ने निभाया है ।
दोस्तो आनंद कुमार जब कॉलेज में पास हो जाता है तो उसकी इच्छा विदेश में पढ़ने की होती है। और उनका एडमिशन भी हो जाता है ।पर पैसे की प्रॉब्लम की वजह से वो विदेश नही जा पाता क्योकि उसके पिता एक पोस्ट मैन होते है। वो पैसे जुटाने की बहुत कोशिश करते है पर पैसा इकठा नही हो पाता ।
The story of super 30 |
कोई भी उसका साथ नही देता।फिर वो विदेश में पढ़ने का विचार छोड़ देता है और एडमिशन लैटर को जला देता है।
कई सालों बाद उसको पापड़ बेचते दिखाया जाता है ।
फिर उसको एक आदमी मिलता है और उसको कहता है कि आप एक mathematics genius होकर पापड़ बेच रहे है और उनको अपने साथ कार में ले जाते है।
और उनको बताते है कि हम एक इंस्टीट्यूट चलाते है जिस में पढ़ कर बच्चे IIT में जाते है ।और वो उससे बहुत पैसे कमाते है। और उनको अपने इंस्टीट्यूट में पढ़ाने के लिए मना लेते है।
और उनकी जिंदगी बदल जाती है ।
और वो उनके इंस्टीट्यूट में पढाने लग जाते है । और उनका बहुत नाम हो जाता है ।जगह जगह उनके नाम के बैनर लग जाते है ।एक दिन वो एक बच्चे को देखते है ।वो उनके इंस्टीट्यूट में एडमिशन के लिए आता है। और उनके पास पैसे कम होने की वजह से उसका एडमिशन नही हो पाता।
एक बार जब वो एक बच्चे को रात में सड़क पर पढ़ते हुए देखता है तो उसको पूछता है कि उसको पढ़ना पसन्द है ।उसने कहा हा आंनद कुमार पूछता ही कि क्या पढ़ रहे हो।
वो बोलता है mathematics ।फिर आनंद कुमार को अपने पुराने दिन याद आ गए ।जब वो विदेश मे पढ़ना चाहते थे ।पर पैसे की कमी के कारण वो नही पढ़ पाते। फिर आनंद एक फैसला करते है कि वो अपना एक इंस्टीट्यूट खोलेंगे और जो लोग गरीब है और पढ़ने में काबिल है ।उनको वो फ्री में पढ़ाएंगे और IIT में ऐडमिशन दिलाएंगे ।और वो अपनीं जॉब छोड़ देते ।और अपना सब कुछ बेचकर एक इंस्टीट्यूट खोलते है । कुछ समय बाद उनके इंस्टिट्यूट में पढ़ने के लिए कई बच्चे आते है और वो उनमे से 30 बच्चों को चुनते है ।और उनकी पढ़ाई शुरू कर देते है। वो अपने उन स्टूडेंट्स को पढ़ा रहे होते है कि तभी उनके पास वो आदमी आता है जिसने उनको काम दिया था ।और वो आनंद कुमार को अपना इंस्टीट्यूट फिर से जॉइन करने को कहते है ।
लेकिन आनंद कुमार मना कर देते है । फिर वो आदमी कहता है कि तुम कितनी भी कोशिश कर लो पर इनमे से कोई 1 या 2 बच्चे ही IIT में जाएंगे और बाकी वापिस अपनी उसी जिंदगी में वापिस चले जायेंगे जहाँ से वो आये है ।क्योंकि ये सब गरीब है और गरीब ही रहेंगे।
फिर आनंद कुमार कहते है कि अब समय बदल गया है अब राजा का बेटा राजा नही बनेगा जो काबिल होगा वो ही आगे बढ़ेगा ।
और वो उनको पढ़ाने लग जाते है। वो उनको पढ़ाने में कोई कसर नही छोड़ते इस बीच उन पर कई कठिनाई आती है पर वो उनको पढ़ना नही छोड़ते ।उनके पास खाने के पैसे भी नही बचते ।लेकिन वो इसका भी रास्ता निकाल लेते है ।उन पर दो बार हमला भी होता है और आखिर में बच्चे exam देते है और सभी का IIT में सलेक्शन हो जाता है ।
और इसी के साथ आनंद कुमार के विश्वास की जीत होती है।
कॉमेंट एंड शेयर ।
Thanks
Comments
Post a Comment