Love story in bus love stories in hindi soch
Love story in bus love stories in hindi soch
Love story in bus
Love story in bus |
उससे पहली मुलाकात
रोज की तरह सुधीर ऑफिस के लिए निकला आज उसका मुड बहुत ही अच्छा था क्योंकि आज सुधीर का बर्थडे था। अब सुधीर बस में चढ़ा ही था कि बस में शोर मच गया । अब शोर मचा तो सभी पैसेंजर आगे जाके देखने लगे कि क्या हुआ अब सुधीर भी आगे जाकर देखने लगा।
वहाँ पर एक बूढ़ी औरत बेहोश हो गयी थी और एक लड़की उसके पास बैठी उसको सम्भाल रही थी ।
मैं भी आगे गया और उस बूढ़ी माताजी को बस से बाहर निकाला और रिक्शा को रोककर उसमे उस बूढ़ी माता जी के साथ बैठ गया।
वो लड़की भी मेरे साथ रिक्शा में बैठ गयी। सुधीर ने सोचा कि ये उसकी दादी होगी ।
दोनो चुपचाप बैठे रहे और उनको हॉस्पिटल में दाखिल करवाया।
सुधीर ने उस लड़की को सांत्वना देते हुए कहा कि आपकी दादी जल्दी ठीक हो जाएगी।। वो बोली कि आपको किसने कहा ये मेरी दादी है।
वो मुसीबत में थी इसलिये मैं उनकी मदद करने आ गयी।
मैने सोचा था कि ये आपकी कोई रिश्तेदार होगी ,नही वो मेरी भी रिश्तेदार नही सुधीर ने कहा।
फिर वो हँसने लगी ।डॉक्टर ने कहा कि थोड़ा बीपी बढ़ गया था उनका अब वो ठीक है।
फिर सुधीर ने हॉस्पिटल में पैसे जमा किये और उन माताजी को हॉस्पिटल से बाहर ले आया।
उस लड़की ने कहा कि आप इनको घर पर छोड़ आना आज मेरा नोकरी का पहला दिन है ।और मैं वैसे भी लेट हो गयी हु।फिर वो लड़की वहाँ से चली गयी ।
स्वाति से दूसरी मुलाकात
सुधीर ने सोचा कि मैं तो उसका नाम पूछना ही भूल गया। ऐसे लोगो की मदद करने वाली लड़की फिर मुझे कहाँ मिलेगी।
और उन बूढ़ी औरत को उनके घर छोड़ कर ऑफिस के लिए निकल गया।
जब वो ऑफिस पहुंचा तो बॉस एक लड़की को डांट रहे थे। सुधीर वहाँ गया ।बॉस और सुधीर की बहुत बनती थी सुधीर ने बॉस को पूछा क्या हुआ ।
उसने कहा कि आज इसका पहला दिन है और ये इतनी लेट आयी है। जब सुधीर ने उस लड़की को देखा तो ये वो ही लड़की थी।जो सुधीर को बस में मिली थी।
तब सुधीर ने कहा कि बॉस इसमे इस लड़की की कोई गलती नही है।
हम दोनों एक बूढ़ी औरत की मदद कर रहे थे और सारी बात बॉस को बता दी।
फिर बॉस ने उस लड़की को कहा की चलो कोई बात नही अब काम पर बैठ जाओ।
और बॉस वहाँ से चले गए। उनके जाने के बाद उस लड़की ने सुधीर को थैंक्स कहा और काम पर लग गयी ।सुधीर विश्वास नही हुआ कि वो लड़की मेरे ही ऑफिस में काम करेगी।
जब हम ऑफिस से छूटे तो वो मेरे पास आई और बोली मेरा नाम स्वाति है और आपका क्या नाम है।
सुधीर ने मन मे सोचा कि पहली बार किसी लड़की ने सामने से आकर मुझको अपना नाम बताया और मेरा नाम पूछा था।मेरे बर्थडे का इससे बड़ा गिफ्ट क्या हो सकता था।
इसके बाद मैं बोला मेरा नाम सुधीर हैं। की तभी एक कलीग ने सुधीर को बर्थडे wish किया ।
स्वाति ने कहा आज आपका बर्थडे है ।और सुधीर को wish किया।
और फिर हम बस से अपने घर चले गए।
आगे की कहानी अगले पार्ट में।
दोस्तो आपको ये कहानी कैसी लगी कॉमेंट करे अच्छी लगे तो शेयर करे। धन्यवाद।
Comments
Post a Comment