विनय और शाशा की जादुई किताब भाग 2 in hindisoch

विनय और शाशा की जादुई किताब भाग 2 in hindisoch

Fantasy stories in hindi soch
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हेलो दोस्तो आपका स्वागत है hindisoch में और मैं हु आपका दोस्त मुंगेरी ढालिया
दोस्तो आज हम जादूगरों के जादूगर फैंटेसी सीरीज के चौथे भाग विनय और शाशा की जादुई किताब का दूसरा भाग पढेंगे ।
पहले भाग में हमने पढ़ा कि सुश्वान जादूगर शाशा की जादुई किताब में पढ़कर विनय और उसके दोस्तों को एक कालीन के बारे में बताता है।
अब आगे की कहानी।चलिए शुरू करते है।

विनय और शाशा की जादुई किताब भाग 2

    सुश्वान उनको बताता है कि इस कालीन का नाम गरुड़मुख कालीन है।ये अश्वमत्कार में नही बल्कि भारत  के राजस्थान राज्य के अरावली पर्वतमाला में मिलेगा।
वहाँ पर एक पहाड़ी पर U आकर की बड़ी आकृति होगी।उस पर्वत के नीचे के भाग में एक चोकोर पत्थर पड़ा होगा।
उस पत्थर के ऊपर बैठ कर मार्गदृष्यम: ये मन्त्र बोलना वो पत्थर अपनी जगह पर घूमेगा और तुम चारो को उस पर्वत में एक रास्ता दिखेगा।
पर याद रखना उस पत्थर पर चारो बैठना और मन्त्र विनय को बोलने देना।
आगे जो भी करना था वो सुश्वान ने उनको पूरा विस्तार से बता दिया।
अब विनय ने कहा कि हम वहाँ पर पहुंचेंगे कैसे।तब सुश्वान ने द्वारं दृष्यम मन्त्र पढ़ा और वहाँ पर एक जादुई दरवाजा आ गया।
तब विनय ने कहा कि जब आपके पास ये मन्त्र है तो हमको उस कालीन की क्या आवश्यकता है ।
इससे ही हम बहुत जल्दी कहीं पर भी पहुंच सकते है।
तब सुश्वान ने कहा कि ये बात तुमने सही कही पर ये मन्त्र तुमको पानी या अंतरिक्ष मे नही ले जा सकता और तुमको भविष्य में अंतरिक्ष में जाने की आवश्यकता पड़ेगी।
इसलिए तुमको उस गरुड़मुख कालीन की आवश्यकता हैअब जाओ ।लेकिन हमारे स्कूल का क्या होगा लिली बोली।सुश्वान ने कहा वो मैं संभाल लूंगा।फिर वो चारो राजस्थान की अरावली पर्वतमाला में पहुंच गए।वहां पर उन्होंने वो पर्वत ढूंढा जिस पर U आकार की आकृति थी।
उन्हें वो चोकोर पत्थर भी मिल गया।फिर वो चारो उस चोकोर पत्थर के ऊपर बैठ गए और विनय ने मार्गदृष्यम: मन्त्र पढ़ा।
फिर उनको पर्वत में एक रास्ता दिखा ।वो चारो उसके अंदर चले गए।
अंदर बहुत अंधेरा था इसलिए चन्द्रवीर ने प्रकाशितं भव: मन्त्र पढा।
वहाँ पर एक छोटा सा सूरज प्रकट हो गया और वहाँ पर प्रकाश हो गया।
अब वो अंदर गए तो वहाँ पर उनको एक जलाशय दिखा जिसके बीचो बीच वो गरुड़मुख कालीन था। उन्होंने देखा कि उस कालीन की रक्षा के लिए तीन पहरेदार खड़े थे। सुश्वान ने बताया था कि वो तीनो तुमको एक एक सवाल पूछेंगे अगर तुमने उनके सवालो के जवाब नही दिया तो तुम पत्थर के बन जाओगे।
अगर तुमको वो कालीन चाहिए तो तुमको उनके सवालो के जवाब सही देने होंगे।
 वो चारो आगे बड़े वहाँ पर एक नाव थी वो चारो उस नाव में चढ़ गए और उन तीनों के पास गए।जैसा कि सुश्वान ने बताया था उन तीनों ने तीन सवाल पूछे।

  • इस धरती पर ऐसा क्या है जो सबसे तेज गति से चलता है।
  • कौन है जो खुद तो जलता है पर हमें जीवन देता है।
  • ऐसा कौन है जिसके नाम को सीधा पढ़े तो जल देती है और उल्टा करे तो गरीब हो जाती है।
आगे की कहानी बाद में
दोस्तो कल से नवरात्रि शुरू हो गए है।अब मैं 9 दिन नवरात्रि के ऊपर ही पोस्ट लिखूंगा।9 दिन के बाद मैं फिर से जादूगरों का जादूगर फैन्टेसी सीरिज को शुरू करूँगा।

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