बाली और हनुमान युद्ध in hindi soch spiritual short story

       Spiritual short story in hindi

बाली और हनुमान युद्ध in hindi soch spiritual short story, 
बाली और हनुमान युद्ध in hindi soch

बाली और हनुमान युद्ध in hindi soch


बाली और हनुमान युद्ध in hindi soch

दोस्तो मैं हु आपका दोस्त मुंगेरी ढालिया और आपका स्वागत है hindi soch में ।दोस्तो आपने बाली के बारे में तो सुना ही होगा ।बाली देवराज इंद्र का औरस पुत्र था।उसको ये वरदान था कि जो भी उसके सामने युद्ध करने आएगा उसका आधा बल बाली के अंदर चला जायेगा। तो चलिए शुरू करते है।

बाली और हनुमान युद्ध 

  बाली ने जब रावण जैसे शक्तिशाली राक्षस को हराकर अपने पूंछ मेबन्ध कर घुमाया था तो उसका अहंकार बहुत बढ़ गया।वो  हर किसी को युद्ध के लिए ललकारने लगा।एक बार जब वो जंगल मे युद्ध के लिए सबको ललकार रहा था ।तब उसने हनुमान जी को युद्ध करने के लिए ललकारा।हनुमानजी ने कहाकी मैं युद्ध नही करना चाहता।लेकिन बाली ने हनुमानजी को युद्ध करने पर विवश कर दिया।हनुमान जी ने भी युद्ध के लिए हैं कर दी।अगले दिन जब हनुमानजी युद्ध करने के लिए जाने लगे तो इन्द्र वहाँ आये और उनसे अपने पुत्र को माफ करने को कहा और कहा कि आप अपनी शक्ति का 10वां भाग ही अपने साथ ले जाये ।तो हनुमानजी ने उनकी बात मान ली और जब वे बाली के सामने युद्घ के लिए तैयार हुए तो उनकी आधी शक्ति बाली के अंदर चली गयी। बाली का शरीर उनकी शक्ति को संभाल नही पा रहा था।बाली का शरीर फटने ही वाला था कि बाली वहाँ से भाग गया और दूर जाकर बेहोश हो गया।जब उसको होश आया तब उसके पिता इन्द्र ने कहा।कि तुम हनुमान की 5वे भाग को भी सहन नही कर पाए।
तो उनकी पूरी शक्ति को क्या सहन करोगे।बाली को अपनी भूल का पछतावा हुआ ।और उसने हनुमान जी से क्षमा मांगी।हनुमान जी ने उनको क्षमा कर दिया


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