भक्ति के वश में देवी माँ खुद उसके घर लकड़ीया लेकर आती थी spritual kahaniya
भक्ति के वश में देवी माँ खुद उसके घर लकड़ीया लेकर आती थी spritual kahaniya
हेलो दोस्तो आपका स्वागत है, spiritual kahaniya में और मै हु आपका दोस्त मुंगेरी ढालिया ।दोस्तो आज मैं आपको एक ऐसे भक्त की कहानी सुनाऊँगा ।जिसकी सेवा कार्य के लिए देवी माँ खुद उसके घर लकड़ीया लेकर आती थी ।तो दोस्तो शुरू करते है ।
दोस्तो ये कहानी है एक ऐसे भक्त की जो भगवान और भक्तों की सेवा करने में ही अपने जीवन की सार्थकता मानता था दोस्तो वो हर रोज भगवान की सेवा करने में ही व्यतीत करता था ।
वो सुबह सूरज उगने से पहले ही उठ जाता था और अपने भगवान को स्नान कराने फिर उन्हें आभूषण पहनाने और फिर उनके लिए भोजन बना कर उनको भोग लगाने की सेवा रोज करता था ।
एक दिन वो सारी सेवाओ को खत्म कर भोजन बनाने के लिए रसोई घर मे गया ।तो वह पर लकड़ीया खत्म हो चुकी थी ।
तो वो पूरे गांव में खुम कर आ गया पर उसे कही भी लकड़ीया नही मिली तो वो एक मंदिर के पास बैठ गया और सोचने लगा कि आज की सेवा कैसे पूरी करूँगा ।
की तभी उसे मंदिर के दरवाजे दिखे और वो घर जा कर कुल्हाड़ी लेकर आया और मंदिर के दरवाजे को तोड़ने लगा ये देखकर उस मंदिर की देवी प्रकट हुई और उसने उस भक्त को कहा कि ये सब क्या कर रहे हो तो उस भक्त ने कहा कि मेरे घर मे लकड़ीया खत्म हो गयी है ।
और मुझे भगवान के लिए प्रशाद बनाना है । इसलिए मैं ये लकड़ीया लेकर जा रहा हु ।उस भक्त की भक्ति भाव को देखकर देवी माँ ने कहा कि तुम घर जाओ।मैं तुम्हारे घर पर लकड़ीया पहुंचा दूंगी ।उस दिन के बाद रोज देवी माँ उसके घर पर लकड़ीया पहुँचा देती थी ।
एक दिन उसके घर मे घी भी खत्म हो गया और उसी समय देवी वहाँ पर लकड़ीया लेकर आई तो उस भक्त ने माँ से कहा कि माँ मेरे घर मे घी भी खत्म हो गया है ।तो माँ उसको रोज घी भी देकर आने लगी ।
ये सभी कुछ उस भक्त का पड़ोसी देख रहा था तो उसकी पत्नी ने कहा कि उस को रोज माता लकड़ी और घी देकर जाती है उसका रोज कितना फायदा हो रहा है आप भी उसके जैसे ही करो तो हमको भी बहुत फायदा होगा ।तब उसके पति ने वैसा ही किया ।और वो देवी माँ के मंदिर के पास गया और उसका दरवाजा तोड़ने लगा कि तभी देवी माँ प्रकट हुई और उसको धरती पर पछाड़ दिया तभी उसकी पत्नी आयी और बोली कि आपके दरवाजा तोड़ने पर आप मेरे पड़ोसी को तो रोज लकड़ी और घी देकर आती है और मेरे पति को मार रही है ।
तब देवी माँ ने कहा कि वो भक्त भगवान की सेवा में देर न हो इसलिये मेरे मंदिर के दरवाजे को तोड़ रहा था ।लेकिन तुम लालच के वश में होकर ये कार्य कर रहे थे ।
अब मैं तुमको नही छोडूंगी तब उसकी पत्नी ने देवी माँ से प्रार्थना की तो देवी माँ ने कहा कि अगर तुम रोज उनके घर पर लकड़ीया और घी छोड़कर आने का वादा करो तो मैं तुम्हे छोड़ दूंगी।
फिर वो रोज उस भक्त के घर लकड़ीया और घी देकर आने लगा।
तो दोस्तो आपने देखा कि भक्ति में कितनी शक्ति है।
दोस्तो अगर आपको मेरा पोस्ट कैसा लगा कॉमेंट करे और अगर अच्छी लगे तो शेयर करे
धन्यवाद
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