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Maharaja chakrven ki kahani Best spritual stories in hindi

Maharaja chakrven ki kahani Best spritual stories in hindi हेलो दोस्तो आपका स्वागत है आपके अपने  spritual kahaniya में और मैं हु आपका दोस्त मुंगेरी ढालिया । दोस्तो अगर आपने रामायण पढ़ी है तो आप रावण को तो जानते ही होंगे। वो रावण जो सभी देवताओं को अपने पैरों में रखता था । दोस्तो वो रावण एक राजा के नाम के प्रभाव से डर गया था और उसने उस राजा को टैक्स दिया था । दोस्तो तो चलिए शुरू करते है दोस्तो रघु वंश में कई धर्मात्मा और तेजस्वी राजा हुए है ।उन्ही में से एक थे महाराजा चक्रवेण ।दोस्तो महाराजा चक्रवेण  एक धर्मात्मा राजा थे ।वे अपने राज्य को अच्छे तरीके से चला रहे थे ।यहाँ तक कि वे अपने परिवार का खर्च भी खुद खेती करके किया करते थे। एक दिन उनके राज्य में मेला लगा था । उस मेले में राज्य के सभी लोग आए थे ।उनकी रानी भी गयी तो उनके मंत्री की पत्नी ने उनको ये कहा कि हे रानी आप महारानी है और आपने न तो कोई गहने पहने है ना कोई रानी के वस्त्र आपसे तो अच्छी हम लग रही है । ये बात रानी को बुरी लगी और वो राजा से रुठ गयी । राजा ने उनसे पूछा कि रानी आप क्यो रूठी हो ।तो रानी ने मेले ...

Ram nam ki mahima aur vibhishan ji ki bhakti spiritual kahaniya

Ram nam ki mahima aur vibhishan ji ki bhakti spiritual kahaniya हेलो दोस्तो आपका स्वागत है आपके अपने   spritual kahaniya में और मैं हु आपका दोस्त मुंगेरी ढालिया। दोस्तो आज हम राम नाम की महिमा के बारे में थोड़ी बात करेंगे ।दोस्तो वैसे तो राम नाम की महिमा को हम जान नही सकते कि राम के नाम मे कितनी शक्ति है।लेकिन फिर भी जो भक्तजन बताते है ।वो थोड़ा सा आपको बताने की कोशिश करता हु। तो चलिए शुरू करते है। दोस्तो आज हम भक्त विभीषण के बारे में कुछ जानेगे उनकी भक्ति की महानता के बारे में मैं कुछ बता नही सकता क्योंकि मुझे कुछ भी मालूम नही जो कुछ भी गुरुजनो से सुनता हूं वही आपको बता देता हूं । दोस्तो एक बार एक सेठ समुद्र में एक जहाज पर जा रहा था अचानक वह पर समुद्र के बीच अटक गया ।तो उसने सोचा कि समुद्र देव रुष्ट हो गए है । उनको मनाने के लिए किसी को बलि के रूप में समुद्र देव को देना होगा और फिर वह अपने जहाज से एक आदमी जिसके हाथ नही थे उन्हें समुद्र में फेंक दिया।तब समुद्र की लहरें उस आदमी को लंका के किनारे ले गयी। तब लंका के राक्षस उसे उठा कर विभीषण जी के पास ले विभीषण जी ने उन...

Bhakt haripal ki kahani story of bhakt haripal in hindi spiritual kahaniya

Bhakt haripal ki kahani story of bhakt haripal spiritual kahaniya हेलो दोस्तो आपका स्वागत है आपके अपने  spritual kahaniya पर और मैं हु आपका दोस्त  मुंगेरी ढालिया ।दोस्तों हमारे शास्त्रों में चोरी करना अपराध बताया गया है ।लेकिन आज हम एक ऐसे भक्त के बारे में जानेंगे ।जो चोरी करके भगवान की सेवा करता था ।तो चलिए शुरू करते है । दोस्तो एक गांव था वहां पर एक भक्त था उसका नाम हरिपाल था वो शुद्ध भक्त था और उसने ये प्रण किया था कि वह एक भक्ता से ही विवाह करेंगे ।वही एक लड़की ने भी ये प्रण ले रखा था किवो भी एक भक्त से विवाह करेगी और वो भी इस भक्त जो रोज एक हजार भक्तो को भोजन कराता हो । ये बात हरिपाल ने सुनी और ये सोच लिया कि मैं इसी के साथ विवाह करूँगा ।और रोज एक हजार भक्तो को भोजन कराऊंगा । और वो रोज एक हजार लोगों को भोजन करवाने लगा ये देख कर उस युवती ने भक्त हरिपाल से विवाह कर लिया ।हरिपाल बहुत ही धनवान था । लेकिन वो भक्तो की सेवा में ही रहता इसलिए कोई काम नही करता  था ।इसलिए धीरे धीरे उसका धन समाप्त होने लगा ।जब उसका धन समाप्त हो गया ।तो उसने अपने जमीन बेच दी ।और उससे...

Maharaja raghu ki kahta story of maharaja raghu in spiritual kahaniya

Maharaja raghu ki kahta story of maharaja raghu in spiritual kahaniya दोस्तों आपका स्वागत है, spiritual kahaniya में और मैं हु आपका दोस्त मुंगेरी ढालिया ।दोस्तो आज हम एक ऐसे राजा के बारे में जानेंगे जिनके  प्रताप से इन्द्र भी डरता था ।तो चलिये शुरू करते है । दोस्तो सूर्यवंश में कई राजा ऐसे हुए है ।जिनके बल के आगे कोई नही टीक पाया यह तक कि इन्द्र भी उनको हरा नही पाया ।दोस्तो ऐसे ही राजा थे महाराज रघु इन्हींके नाम पर आगे जाकर इनके वंश को रघु वंश कहा  जाने लगा । ये बहुत ही प्रतापी और दानवीर राजा थे ।जिन्होंने अपने शासन काल मे अनेको यज्ञ करवाये ।एक बार ये यज्ञ कर रहे थे ।तो इन्द्र इनका यज्ञ का घोड़ा लेकर जाने लगे तो राजा रघु ने इनका पीछा किया ।और दोनोमे युद्ध होने लग गया ।पर इन्द्र राजा रघु को हरा नही पाए ।फिर अंत मे उन्होंने अपना वज्र का प्रयोग किया ।वज्र के प्रभाव से राजा कुछ देर के लिए मूर्छित हो गए ।फिर होश आते ही वे युद्ध के लिए फिर से तैयार हो गए । ये देखकर इन्द्र ने कहा कि मैं तुम्हारी वीरता से प्रसन्न और उनको उस यज्ञ का जो भी फल था ।उनको दे दिया। उन्होंने एक यज्...

Mordhavaj raja ki katha spiritual kahaniya

Mordhavaj raja ki katha spiritual kahaniya     दोस्तो आपका स्वागत है ,  spiritual kahaniya में और मैं हु आपका दोस्त मुंगेरी ढालिया । दोस्तो आज की कहानी महाराजा मोरध्वज की है ।जिनकी भक्ति अपनी पराकाष्ठा से भी आगे पहुंच चुकी थी ।तो चलिए शुरू करते है। दोस्तो एक बार अर्जुन को ये अहंकार हो गया था कि वो कृष्ण भगवान का सबसे बड़ा भक्त है ।ये बात भगवान को पता थी इसलिए श्री कृष्ण ने अर्जुन का अहंकार खत्म करने के लिए उससे कहा कि मैं तुम्हे अपने एक भक्त के पास लेकर जाता हूं ।बस तुम वह पर कुछ भी मत बोलना । तो श्री कृष्ण अर्जुन को लेकर अपने साथ राजा मोरध्वज की नगरी में गये और श्री कृष्ण ने एक बूढ़े ब्राह्मण का रूप लिया । और अर्जुन ने एक बालक ब्राह्मण का रूप लिया और उसके महल के दरवाजे पर जा कर बोले कि हमे राजा मोरध्वज से मिलना है।तो द्वारपाल ने राजा को कहा कि दो ब्राह्मण आये है। और आपसे मिलना चाहते है।तो राजा मोरध्वज ने कहा की मैं भगवान की पूजा करके आता हूं ।तो द्वारपाल ने वो सब बूढ़े ब्राह्मण को कह दिया ये सुन कर ब्राह्मण क्रोध में आ गया और वहाँ से जाने लगा । ये सुन कर राज...

पहली नजर का प्यार part 2 in love story in hindi

पहली नजर का प्यार part 2 in love story in hindi पहली नजर का प्यार in love story part 1 विकास अब उस लड़की के पास जाता है ।और उसको पूछता है कि क्या आपको कोई परेशानी है ।तब वो लड़की बोलती है कि आपको कैसे पता चला कि मैं किसी परेशानी में हु ।तब विकास उसको बताता है कि उसने सुबह भी उसको इसी बस स्टॉप पर देखा था इसलिये मुझे अंदाज हुआ कि शायद आप किसी मुसीबत में हो सकती है।ईसलिये मैं आपके पास आया ।फिर विकास ने पूछा कि आपको क्या परेशानी है मुझे बताइये अगर मैं आपकी कुछ मदद कर सकू तो । लड़की ने बोलाकि हम एक दूसरे को जानते भी नही तो मैं आपको अपनी परेशानी क्यो बताऊ ।तब विकास बोला कि मेरा नाम विकास है और आपका क्या नाम है उसने कहा पूजा ।तब विकास बोला अब तो जान पहचान हो गयी अब तो बात सकते हो।तब पूजा थोड़ा हंसी और बोली कि मैं और मेरा बॉयफ्रेंड आज शादी करने वाले थे उसने मुझे इस बस स्टॉप पर इंतजार करने को कहा था ।पर वो अभी तक नही आया ।ये सुनते ही उसके दिल मे जैसे हजारो सुईया एक साथ चुभ गयी हो ऐसा उसको महसूस हुआ ।कि मेरा प्यार शुरू होने से पहले ही खत्म हो गया। लेकिन फिर भी उसके मन मे थोड़ी सी आशा थी क्योंकि...

भक्ति के वश में देवी माँ खुद उसके घर लकड़ीया लेकर आती थी spritual kahaniya

भक्ति के वश में देवी माँ खुद उसके घर लकड़ीया लेकर आती थी spritual kahaniya हेलो दोस्तो आपका स्वागत है,  spiritual kahaniya में और मै हु आपका दोस्त मुंगेरी ढालिया । दोस्तो आज मैं आपको एक ऐसे भक्त की कहानी सुनाऊँगा ।जिसकी सेवा कार्य के लिए देवी माँ खुद उसके घर लकड़ीया लेकर आती थी ।तो दोस्तो शुरू करते है ।  दोस्तो ये कहानी है एक ऐसे भक्त की जो भगवान और भक्तों की सेवा करने में ही अपने जीवन की सार्थकता मानता था दोस्तो वो हर रोज भगवान की सेवा करने में ही व्यतीत करता था । वो सुबह सूरज उगने से पहले ही उठ जाता था और अपने भगवान को स्नान कराने फिर उन्हें आभूषण पहनाने और फिर उनके लिए भोजन बना कर उनको भोग लगाने की सेवा रोज करता था । एक दिन वो सारी सेवाओ को खत्म कर भोजन बनाने के लिए रसोई घर मे गया ।तो वह पर लकड़ीया खत्म हो चुकी थी । तो वो पूरे गांव में खुम कर आ गया पर उसे कही भी लकड़ीया नही मिली तो वो एक मंदिर के पास बैठ गया और सोचने लगा कि आज की सेवा कैसे पूरी करूँगा । की तभी उसे मंदिर के दरवाजे दिखे और वो घर जा कर कुल्हाड़ी लेकर आया और मंदिर के दरवाजे को तोड़ने लगा ये देखकर  उस म...